शम्मी कपूर के लिये पौर्वात्य-पाश्चात्य दोनों शैली का संगीत परोसा

 शंकर जयकिसन-56

 


पिछले अध्याय में हम एस मुखरजी की फिल्म जंगली की बात कर रहे थै. शंकर जयकिसन ने फ्री लान्सिंग अर्थात् राज कपूर के अतिरिक्त अन्य फिल्म सर्जकों के साथ काम करना शुरू किया उस बात का सबसे ज्यादा फायदा शम्मी कपूर को मिला. शंकर जयकिसन के साथ शम्मी कपूर की यह पहली फिल्म थी. जंगली फिल्म के संगीत ने एक ही रात में शम्मी कपूर को चोटि के अभिनेताओं की पंक्ति में रख दिया.

शम्मी कपूर के लिये इन दोनों ने 125 से ज्यादा गीत दिये. इस यादी में शास्त्रीय संगीत, सुगम संगीत और पाश्चात्य शैली के गीतों का भी समावेश है. इस विषय में आगे बढने से पहले और एक बात करें. अभिनेत्री नर्गिस राज कपूर के लिये काम करती तब शम्मी कपूर के साथ भी उन की अच्छी दोसर्ती थी. वे शम्मी कपूर के लिये योरोपीय संगीत की रेकर्ड मंगवा के देती थी. कभी कभार शम्मी कपूर भी बम्बई के फोर्ट एरिया में जा कर रिधम हाउस नाम की दुकान से नर्गिस के खाते में पैसे लिखवाकर रेकर्डस् लाता था. शम्मी कपूर को भी बडे भैया राज कपूर की तरह संगीत की अच्छी जानकारी थी. वे सूर-लय समजते थे. फुरसत के समय वे शास्त्रीय संगीत और योरोपीय संगीत का मजा लूटते थे. 

बहुत से समीक्षक शम्मी कपूर विदेशी गायक-डान्सर एल्विस प्रिस्ली की नक्कल करते थे ऐसा लिखकर शम्मी कपूर को अन्याय कर देते हैं. मैं जब शम्मी कपूर को मिला तब उन्हों ने कहा, आप एल्विस प्रिस्ली की विडियो टेप देखिये और मेरे गानों की विडियो क्लीप देखिये. आप अपने आप समज जायेंगे कि मैंने अपना अलग डान्स स्टाईल बनाया है, किसी की नक्कल नहीं की है.

यह बात सही है. आप चाईना टाऊन, दिल दे के देखो, कश्मीर की कली, एन ईवनींग इन पेरिस या जंगली के शम्मी कपूर के डान्स देखिये. आप स्वयं समज जायेंगे कि वे किसी की नक्कल करते हैं या नहीं. यह बात और है कि वे एल्विस प्रिस्ली से प्रभावित हुए थे. शम्मी कपूर के साथ ज्यादा फिल्में करनेवाली अभिनेत्री आशा पारिख ने भी कहा कि शम्मी कपूर जन्मजात डान्सर थे. किसी डान्स डायरेक्टर की सहाय के बगैर वे अपना डान्स स्वयं तैयार करते थे. दर्शकों को उन के डान्स बहुत पसंद थे.

और हां, खुद शम्मी कपूर ने स्क्रीन नाम के फिल्म साप्ताहिक को दिये हुए साक्षात्कार में कहा है कि मैं और जयकिसन हमउम्र थे और हमारे बीच बडी अच्छी दोस्ती थी. कभी कभार हम किसी गीत के लिये आपस में झगडा भी कर लेते थे. जब शंकर जयकिसन पृथ्वी थियेटर्स के लिये काम करते थे तभी से जयकिसन और शम्मी कपूर के ताल्लुकात आत्मीय थे. अपनी दोस्ती के बारे में शम्मी कपूर ने एक खूबसुरत वाकया भी मुझे बताया था.

 

लेखक अजित पोपट शम्मी कपूर के साथ संगीत की चर्चा करते हुए

उन्हीं के शब्दो में, मुझे जयकिसन की एक तर्ज बहुत पसंद थी. जब मैंने मांगी तो उस ने ईन्कार कर दिया और कहा कि यह तर्ज मैंने दूसरी फिल्म के लिये बनायी है, मैं जबान का पक्का हुं. यह तर्ज तुझे नहीं दे सकता. इस बात पर हमारे बीच बहुत मैं मैं तू तू हुयी लेकिन जयकिसन माना नहीं. अलबत्ता, उस ने मुझे और एक बहुत ही खूबसुरत बंदिश भैट में दी.

शम्मी कपूर जिस गीत की बात कर रहे हैं वो था तेरी प्यारी प्यारी सूरत को किसी की नजर ना लगे... जो कि बाद में फिल्म ससुराल में पेश हुयी थी. जयकिसन ने जो गीत उसे भेंट दिया वह था आजकल तेरे मेरे चर्चे हर जबान पर सब को मालूम है और सब को खबर हो गयी..

ऐसी थी शम्मी कपूर और जयकिसन की दोस्ती. अब हम शम्मी कपूर के लिये शंकर जयकिसन ने दिये गीतों का आस्वाद लेंगे.



  


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